Saturday, March 4, 2017

Marathi Rubaai - 3

Rubaai number 3. With Hindi translation.

#रुबाई #काहीतरी #उगाचच

Marathi
होते कधी साजिरे, चित्र झाले जुने
गडद गडद रंग विरले, पृष्ठ फाटले
उरली फक्त माझी पुसटशी छबी
आजूबाजूचे सारे, सारे सारे मिटले

Hindi
थी कभी रंगीन, हाँ, थी कभी सुहानी
मिट गए रंग, हो गयी तस्वीर पुरानी
रह गयी सिर्फ मेरी धुंधलीसी छवि
न बची और कोई, कोई भी निशानी

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...